यूपी पुलिस खबर :: घर वालो की खरी-खोटी सुनकर दरोगा अजित सिंह ने बनाया अपना इस्तीफा वापस लेने का मन , दरोगा को मिली तीन दिनों की छुट्टी , क्लिक करे और पढ़े पूरी खबर
सिपाही बनने के लिए गुरुवार को इस्तीफा देने वाला दारोगा शुक्रवार को बैकफुट पर आ गया। घरवालों ने खरी-खोटी सुनाई तो इस्तीफा लेने का मन बना लिया है। दारोगा के मुताबिक जब अधिकारी उसका पक्ष रखने के लिए बुलाएंगे तो वह आवेदन वापस लेने की गुजारिश करेगा।
इस्तीफा देने वाले दारोगा अजीत सिंह का कहना है कि परिवार वालों ने मेरे इस कदम से नाराजगी जाहिर की है। लिहाजा मैंने अपना फैसला बदलने का मन बनाया है।
यह था मामला:
अलीगढ़ के कस्बा खैर निवासी अजीत सिंह पूर्व में दिल्ली पुलिस में सिपाही था। 2011 में उनका चयन उप्र पुलिस में उपनिरीक्षक पद पर हो गया। दिल्ली पुलिस से टेक्निकल रिजाइन लेकर उन्होंने उप्र पुलिस ज्वाइन कर ली थी। एक सितंबर 2017 को उन्होंने रोहटा थाने में अंडर ट्रेनिंग दारोगा के तौर पर आमद कराई, लेकिन तीन माह में ही नौकरी से मन ऊब गया। गुरुवार को उन्होंने कप्तान मंजिल सैनी को इस्तीफा देकर दिल्ली पुलिस में सिपाही बनने की मंशा जाहिर की थी। दारोगा ने बिना शेड्यूल की लंबी ड्यूटी और समय पर छुट्टी न मिलने का हवाला देकर यह कदम उठाया था।
तीन दिन की छुट्टी मंजूर, लेकिन घर नहीं जाएगा:
शुक्रवार को मामला प्रदेश भर में सुर्खियों में आने पर अजीत सिंह के परिवार वालों ने उसे खरी-खोटी सुनाई। दारोगा से सिपाही बनने की इच्छा पर परिवार वालों ने सवाल खड़े किए तो अजीत ने अपना फैसला वापस लेने का मन बनाया।
वहीं, दारोगा के इस कदम के बाद अफसरों ने दारोगा की छुट्टी भी मंजूर कर दी। अजीत सिंह ने बताया कि उसकी तीन दिन की छुट्टी मंजूर हो गई है। शनिवार को उसकी रवानगी है। घरवाले उससे नाराज हैं। वह उनके पास न जाकर दोस्तों के पास छुट्टी बिताएगा।
सिपाही बनने के लिए गुरुवार को इस्तीफा देने वाला दारोगा शुक्रवार को बैकफुट पर आ गया। घरवालों ने खरी-खोटी सुनाई तो इस्तीफा लेने का मन बना लिया है। दारोगा के मुताबिक जब अधिकारी उसका पक्ष रखने के लिए बुलाएंगे तो वह आवेदन वापस लेने की गुजारिश करेगा।
इस्तीफा देने वाले दारोगा अजीत सिंह का कहना है कि परिवार वालों ने मेरे इस कदम से नाराजगी जाहिर की है। लिहाजा मैंने अपना फैसला बदलने का मन बनाया है।
यह था मामला:
अलीगढ़ के कस्बा खैर निवासी अजीत सिंह पूर्व में दिल्ली पुलिस में सिपाही था। 2011 में उनका चयन उप्र पुलिस में उपनिरीक्षक पद पर हो गया। दिल्ली पुलिस से टेक्निकल रिजाइन लेकर उन्होंने उप्र पुलिस ज्वाइन कर ली थी। एक सितंबर 2017 को उन्होंने रोहटा थाने में अंडर ट्रेनिंग दारोगा के तौर पर आमद कराई, लेकिन तीन माह में ही नौकरी से मन ऊब गया। गुरुवार को उन्होंने कप्तान मंजिल सैनी को इस्तीफा देकर दिल्ली पुलिस में सिपाही बनने की मंशा जाहिर की थी। दारोगा ने बिना शेड्यूल की लंबी ड्यूटी और समय पर छुट्टी न मिलने का हवाला देकर यह कदम उठाया था।
तीन दिन की छुट्टी मंजूर, लेकिन घर नहीं जाएगा:
शुक्रवार को मामला प्रदेश भर में सुर्खियों में आने पर अजीत सिंह के परिवार वालों ने उसे खरी-खोटी सुनाई। दारोगा से सिपाही बनने की इच्छा पर परिवार वालों ने सवाल खड़े किए तो अजीत ने अपना फैसला वापस लेने का मन बनाया।
वहीं, दारोगा के इस कदम के बाद अफसरों ने दारोगा की छुट्टी भी मंजूर कर दी। अजीत सिंह ने बताया कि उसकी तीन दिन की छुट्टी मंजूर हो गई है। शनिवार को उसकी रवानगी है। घरवाले उससे नाराज हैं। वह उनके पास न जाकर दोस्तों के पास छुट्टी बिताएगा।
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