इलाहबाद हाई कोर्ट परीक्षा फर्जीवाड़ा :: कानपुर से संचालित हो रहा था सॉल्वर गैंग ,क्लिक करे और पढ़े पूरी खबर
सिविल कोर्ट स्टाफ भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़ कर एसटीएफ को बड़ी कामयाबी मिली है। एसटीएफ के एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि जानकारी मिली थी कि कन्नौज के छिबरामऊ निवासी अमित यादव उर्फ राहुल अपने साथियों के साथ मिलकर सॉल्वर गैंग संचालित कर रहा है। .
इस जानकारी के बाद अमित की निगरानी शुरू की गई तो पता चला कि उसने कानपुर के गोविंदनगर स्थित खालसा इंटर कॉलेज में आयोजित भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थी कुलदीप यादव की जगह अभिनव यादव को बैठाया है। वहीं गुजैनी स्थित एचपी शिक्षा निकेतन में अभ्यर्थी अवनीश यादव की जगह सॉल्वर आदित्य यादव से परीक्षा दिलवा रहा है। इस पर एसटीएफ की टीमों ने दोनों कॉलेजों में छापेमारी करके सॉल्वर अभिनव यादव व आदित्य यादव को दबोच लिया। इसके बाद सरगना अमित उर्फ राहुल यादव को भी अरेस्ट कर लिया गया। एसएसपी ने बताया कि दोनों अभ्यर्थी कुलदीप यादव व अवनीश यादव फरार हैं, उनकी तलाश की जा रही है। राहुल, अभिनव व आदित्य के पास से पांच मोबाइल फोन, एक टैब, बिना नंबर की इको स्पोर्ट कार व अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं। .
एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि इसी बीच सूचना मिली कि बिहार के नकल माफियाओं ने लखनऊ के विभिन्न परीक्षा केन्द्रों में सॉल्वर बैठाए हैं। इस गैंग का सरगना दिवाकर सिंह अपने सॉल्वर साथियों अविनाश कुमार, पुष्पक कुमार, मध्यस्थ सुचित के साथ मिलकर धांधली कर रहा है। गैंग लीडर दिवाकर ने पूछताछ में बताया कि उसने प्रत्येक अभ्यर्थी से चार लाख रुपये में डील करके दो-दो लाख रुपये एडवांस वसूले थे। .
बाल निकुंज इंटर कॉलेज में दिवाकर सिंह, पुष्पक, सुचित, अविनाश व अभ्यर्थी विनीत को गिरफ्तार किया गया। वहीं, एक्जॉन मॉन्टेसरी में विकास कुमार को पकड़ा। अभ्यर्थी चंद्रकांत टीम के हाथ नहीं लगा। उधर, तीसरी टीम ने लालबाग स्थित क्वींस एएस इंटर कॉलेज में सॉल्वर अंकित कुमार और अभ्यर्थी प्रवीण को दबोचा गया।.
एसटीएफ के अलावा लखनऊ पुलिस ने भी अमीनाबाद इंटर कॉलेज में दूसरे की जगह परीक्षा दे रहे बिहार के गया निवासी अमित कुमार को गिरफ्तार किया। इस बीच मेरठ में भी सिविल कोर्ट ग्रुप-सी ग्रेड परीक्षा में बिजली बंबा रोड पर एस्ट्रोन कॉलेज में नकल करते हुए अभ्यर्थी विभोर सिंह पुत्र रतन सिंह को पकड़ा गया। .
एसटीएफ ने कानपुर से गिरफ्तार अमित यादव और लखनऊ से दिवाकर से पूछताछ की तो कई खुलासे हुए। आरोपियों ने बताया कि वह लोग एक विशेष सॉफ्टवेयर की मदद से अभ्यर्थी व सॉल्वर की फोटो मैच कराते थे। फोटो इतनी सटीक होती थी कि कक्ष निरीक्षक सॉल्वरों को पहचान नहीं पाते थे। .
सिविल कोर्ट स्टाफ भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़ कर एसटीएफ को बड़ी कामयाबी मिली है। एसटीएफ के एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि जानकारी मिली थी कि कन्नौज के छिबरामऊ निवासी अमित यादव उर्फ राहुल अपने साथियों के साथ मिलकर सॉल्वर गैंग संचालित कर रहा है। .
इस जानकारी के बाद अमित की निगरानी शुरू की गई तो पता चला कि उसने कानपुर के गोविंदनगर स्थित खालसा इंटर कॉलेज में आयोजित भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थी कुलदीप यादव की जगह अभिनव यादव को बैठाया है। वहीं गुजैनी स्थित एचपी शिक्षा निकेतन में अभ्यर्थी अवनीश यादव की जगह सॉल्वर आदित्य यादव से परीक्षा दिलवा रहा है। इस पर एसटीएफ की टीमों ने दोनों कॉलेजों में छापेमारी करके सॉल्वर अभिनव यादव व आदित्य यादव को दबोच लिया। इसके बाद सरगना अमित उर्फ राहुल यादव को भी अरेस्ट कर लिया गया। एसएसपी ने बताया कि दोनों अभ्यर्थी कुलदीप यादव व अवनीश यादव फरार हैं, उनकी तलाश की जा रही है। राहुल, अभिनव व आदित्य के पास से पांच मोबाइल फोन, एक टैब, बिना नंबर की इको स्पोर्ट कार व अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं। .
एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि इसी बीच सूचना मिली कि बिहार के नकल माफियाओं ने लखनऊ के विभिन्न परीक्षा केन्द्रों में सॉल्वर बैठाए हैं। इस गैंग का सरगना दिवाकर सिंह अपने सॉल्वर साथियों अविनाश कुमार, पुष्पक कुमार, मध्यस्थ सुचित के साथ मिलकर धांधली कर रहा है। गैंग लीडर दिवाकर ने पूछताछ में बताया कि उसने प्रत्येक अभ्यर्थी से चार लाख रुपये में डील करके दो-दो लाख रुपये एडवांस वसूले थे। .
बाल निकुंज इंटर कॉलेज में दिवाकर सिंह, पुष्पक, सुचित, अविनाश व अभ्यर्थी विनीत को गिरफ्तार किया गया। वहीं, एक्जॉन मॉन्टेसरी में विकास कुमार को पकड़ा। अभ्यर्थी चंद्रकांत टीम के हाथ नहीं लगा। उधर, तीसरी टीम ने लालबाग स्थित क्वींस एएस इंटर कॉलेज में सॉल्वर अंकित कुमार और अभ्यर्थी प्रवीण को दबोचा गया।.
एसटीएफ के अलावा लखनऊ पुलिस ने भी अमीनाबाद इंटर कॉलेज में दूसरे की जगह परीक्षा दे रहे बिहार के गया निवासी अमित कुमार को गिरफ्तार किया। इस बीच मेरठ में भी सिविल कोर्ट ग्रुप-सी ग्रेड परीक्षा में बिजली बंबा रोड पर एस्ट्रोन कॉलेज में नकल करते हुए अभ्यर्थी विभोर सिंह पुत्र रतन सिंह को पकड़ा गया। .
एसटीएफ ने कानपुर से गिरफ्तार अमित यादव और लखनऊ से दिवाकर से पूछताछ की तो कई खुलासे हुए। आरोपियों ने बताया कि वह लोग एक विशेष सॉफ्टवेयर की मदद से अभ्यर्थी व सॉल्वर की फोटो मैच कराते थे। फोटो इतनी सटीक होती थी कि कक्ष निरीक्षक सॉल्वरों को पहचान नहीं पाते थे। .
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