उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती प्रक्रिया में क्यों हो रही देरी, मुख्यमंत्री योगी ने बताई वजह , क्लिक करे और पढ़े पूरी खबर
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 'हिन्दुस्तान' के साथ हुए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में यूपी पुलिस भर्ती प्रक्रिया पर हो रही देरी पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि पुलिस भर्ती परीक्षा में चयनित उम्मीदवारों का मेडिकल और प्रशिक्षण ट्रेनिंग सेंटरों में सीटें खाली होते ही कराई जाएंगी। पिछले तीन वर्ष में 1.37 लाख पुलिस कर्मियों की भर्ती की कार्रवाई को सफल किया है।
प्रदेश में पहले ट्रेनिंग स्कूलों की क्षमता 6 हजार थी जिसे बढ़ाकर 12 हजार किया गया है। अन्य राज्यों व पैरा मिलिट्री सर्विसेस की ट्रेनिंग सेंटरों में भी अभी उनकी ट्रेनिंग चल रही है। ये ट्रेनिंग सेंटर खाली होते ही यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा में सफल उम्मीदवारों को ट्रेनिंग के लिए बुलाया जाएगा। यही कारण है कि अभी चयनित लोगों के मेडिकल के लिए प्रतीक्षा करना पड़ रहा है। जैसे ही ट्रेनिंग सेंटरों में जगह होगी इनका मेडिकल करवाकर प्रशिक्षण शुरू करवाया जाएगा।
सोशल मीडिया से आवाज उठा रहे अभ्यर्थी-
आपको बता दें कि सिपाही भर्ती में शामिल अभ्यर्थियों ने बताया कि सिपाही भर्ती 2018 में 41520 पदों के लिए नियुक्ति होनी थी। लिखित परीक्षा, दस्तावेज सत्यापन, शारीरिक मानक परीक्षण और दक्षता परीक्षा के बाद चार चरणों में कुल 55444 अभ्यर्थी सफल हुए थे लेकिन 36288 पदों पर ही भर्ती की गई। शेष 5292 पद रिक्त हो गए। मेडिकल में अभ्यर्थी छंट गए थे। अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि 13924 ऐसे अभ्यर्थी जिन्होंने चारों चरण में सफलता हासिल की लेकिन इसके बाद भी नियुक्ति नहीं की गई। अभ्यर्थियों ने भर्ती बोर्ड और सरकार को कई बार लिखित में अवगत कराया, धरना दिया और उनके खिलाफ लाठीचार्ज भी हुआ। बावजूद इसके अभी तक कोई परिणाम नहीं निकला। सिपाही भर्ती परीक्षा में सफल उम्मीदवार लगातार सोशल मीडिया के जरिए अपनी आवाज उठाते रहते हैं।