UPSSSC ::: ग्रुप ‘सी' भर्ती परीक्षाओं में एक बार ही पंजीकरण , द्विस्तरीय परीक्षा संभव , क्लिक करे और पढ़े पूरी खबर
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने भर्ती परीक्षाओं में बदलाव को लेकर गुरुवार रात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष प्रस्तुतीकरण किया। धांधली रोकने के लिए ग्रुप ‘सी' की भर्ती परीक्षाओं के लिए सिर्फ एक बार पंजीकरण कराने और प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा का प्रस्ताव प्रस्तुत किया। प्रारंभिक परीक्षा में सर्वाधिक पर्सेंटाइल वालों को मौका देने की जानकारी दी गई।
मुख्यमंत्री ने आयोग के प्रस्तुतीकरण पर कार्मिक विभाग को निर्देश दिया कि भर्ती संबंधी अन्य सुझावों के साथ इसे भी रखा जाए। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के चेयरमैन प्रवीर कुमार ने यह प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने प्रस्तुतीकरण में बताया कि आवेदक अपनी शैक्षिक योग्यता, श्रेणी व अर्हता आदि से संबंधित प्रमाण-पत्रों को एक बार ही अपलोड करना होगा। आवेदक समय-समय पर अपनी यूजर प्रोफाइल को अपडेट भी कर सकेगा।
द्विस्तरीय परीक्षा संभव
इसके साथ ही आयोग द्विस्तरीय परीक्षा प्रणाली अपनाने पर विचार कर रहा है। इसके तहत आयोग प्रथम स्तर पर विभिन्न विभागों की अधीनस्थ सेवाओं के सभी तरह के पदों के लिए प्रारम्भिक अर्हकारी परीक्षा आयोजित कराएगा। इसके बाद द्वितीय स्तर पर केवल प्रारम्भिक परीक्षा के आधार पर चयनित हुए अभ्यर्थियों के लिए मुख्य परीक्षा, कौशल परीक्षा, शारीरिक परीक्षा होगी।
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने भर्ती परीक्षाओं में बदलाव को लेकर गुरुवार रात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष प्रस्तुतीकरण किया। धांधली रोकने के लिए ग्रुप ‘सी' की भर्ती परीक्षाओं के लिए सिर्फ एक बार पंजीकरण कराने और प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा का प्रस्ताव प्रस्तुत किया। प्रारंभिक परीक्षा में सर्वाधिक पर्सेंटाइल वालों को मौका देने की जानकारी दी गई।
मुख्यमंत्री ने आयोग के प्रस्तुतीकरण पर कार्मिक विभाग को निर्देश दिया कि भर्ती संबंधी अन्य सुझावों के साथ इसे भी रखा जाए। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के चेयरमैन प्रवीर कुमार ने यह प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने प्रस्तुतीकरण में बताया कि आवेदक अपनी शैक्षिक योग्यता, श्रेणी व अर्हता आदि से संबंधित प्रमाण-पत्रों को एक बार ही अपलोड करना होगा। आवेदक समय-समय पर अपनी यूजर प्रोफाइल को अपडेट भी कर सकेगा।
द्विस्तरीय परीक्षा संभव
इसके साथ ही आयोग द्विस्तरीय परीक्षा प्रणाली अपनाने पर विचार कर रहा है। इसके तहत आयोग प्रथम स्तर पर विभिन्न विभागों की अधीनस्थ सेवाओं के सभी तरह के पदों के लिए प्रारम्भिक अर्हकारी परीक्षा आयोजित कराएगा। इसके बाद द्वितीय स्तर पर केवल प्रारम्भिक परीक्षा के आधार पर चयनित हुए अभ्यर्थियों के लिए मुख्य परीक्षा, कौशल परीक्षा, शारीरिक परीक्षा होगी।