दो माह से नहीं मिल रही मनरेगा मजदूरी: मजदूरों की संख्या 1 लाख 91 हजार 619; मिट्टी कटाई, पौधरोपण व आवास योजना हो रही प्रभावित

 

दो माह से नहीं मिल रही मनरेगा मजदूरी: मजदूरों की संख्या 1 लाख 91 हजार 619; मिट्टी कटाई, पौधरोपण व आवास योजना हो रही प्रभावित

 

जिले में मनरेगा अंतर्गत अगर मजदूरों की स्थिति और संख्या देखी जाए तो वितीय वर्ष 2021-22 में मनरेगा अन्तर्गत जॉब कार्डधारी की संख्या 1 लाख 91 हजार 619 थी। इस कार्डधारी के लिए इस वितीय वर्ष में 36 लाख 9

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बेगूसराय में कई योजनाओं में मनरेगा मजदूरों को लगाया जाता है। उनके कार्य दिवस सृजन करने के लिए योजना में उनको काम पर लगाया जाता है। खासकर मिट्टी कटाई से लेकर पौधरोपण में इन मजदूरों को लगाया जाता है लेकिन विगत दो महीनों से इन मनरेगा मजदूरों को मजदूरी नहीं मिल रही है। इस कारण इन मजदूरों में निराशा देखी जा रही थी।

एक तो वैसे ही इन मजदूरों की मजदूरी 198 रुपये थी जिसे हाल फिलहाल 210 रुपये किया गया है। इतनी कम मजदूरी और वह भी ससमय नहीं मिलने से इन मजदूरों पर व्यापक प्रभाव पड़ रहा है। इस कारण मिट्टी कटाई, पौधरोपण और आवास योजना में कार्य प्रभावित हुआ है। हालांकि, संबंधित अधिकारी ने बताया कि अब इनको बकाया मजदूरी मिलनी शुरू हो गयी है।

जिले में मनरेगा मजदूरों की संख्या 1 लाख 91 हजार 619
जिले में मनरेगा अंतर्गत अगर मजदूरों की स्थिति और संख्या देखी जाए तो वितीय वर्ष 2021-22 में मनरेगा अन्तर्गत जॉब कार्डधारी की संख्या 1 लाख 91 हजार 619 थी। इस कार्डधारी के लिए इस वितीय वर्ष में 36 लाख 9 हजार 419 मानव दिवस कार्य सृजित किया गया। इसमें 2 लाख 20 हजार 577 अनुसूचित जाति के लिए कार्य दिवस का सृजन हुआ। 

इसी तरह अनुसूचित जनजाति के लिए 3609 कार्य दिवस का सृजन हुआ जबकि 33 लाख 85 हजार 233 अन्य जातियों के लिए कार्य दिवस का सृजन किया गया। कुल कार्य दिवस में 23 लाख 38 हजार 129 सिर्फ महिलाओं के लिए कार्य दिवस का सृजन किया गया। जबकि, इसी वित्तीय वर्ष में 53 लाख 9 हजार 101 मानव कार्य दिवस का लक्ष्य रखा गया था। जबकि, वित्तीय वर्ष 2022-23 अंतर्गत नवम्बर तक यह लक्ष्य 39 लाख 45 हजार 274 कार्य दिवस रखा गया है।

 

 

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