छात्रों के लिए सरकार ‘पीएम श्री स्कूल स्थापित करेगी : धर्मेंद्र प्रधान

 

छात्रों के लिए सरकार ‘पीएम श्री स्कूल स्थापित करेगी : धर्मेंद्र प्रधान

 

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गुरुवार को कहा कि नई पीढ़ी को 21वीं सदी के ज्ञान एवं कौशल से वंचित नहीं रखा जा सकता। ऐसे में सरकार ‘पीएम श्री स्कूल स्थापित करने की प्रक्रिया में है। जो भविष्य के छात्र तैयार करने के उद्देश्य से पूरी तरह आधुनिक सुविधाओं से युक्त होंगे। गुजरात के गांधीनगर में देशभर के शिक्षा मंत्रियों के राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन प्रधान ने यह बात कही।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा कि जब हम 21वीं सदी के अवसरों एवं चुनौतियों के लिए तैयारी कर रहे हैं तो ऐसे में हमें शिक्षा एवं कौशल से जुड़ी व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने कहा, हम नई पीढ़ी को 21वीं सदी के ज्ञान एवं कौशल से वंचित नहीं रख सकते हैं। धर्मेंद्र प्रधान ने भविष्योन्मुखी मानक मॉडल सृजित करने के लिए ‘पीएम श्री स्कूल के लिए सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों एवं सम्पूर्ण शैक्षणिक तंत्र से सुझाव एवं राय देने का आग्रह किया।

प्रधान ने कहा कि अगले 25 वर्ष भारत को ज्ञान आधारित ऐसी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित करने के लिये महत्वपूर्ण होंगे जो वैश्विक कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हो। विभिन्न राज्यों के शिक्षा मंत्रियों की उपस्थिति में उन्होंने कहा, हम सभी को मिलकर काम करना है। एक दूसरे के अनुभवों और सफलताओं से सीखना है तथा भारत को और ऊंचाइयों पर ले जाना है। 

 

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केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति में वर्णित प्रारंभिक शिक्षा से माध्यमिक शिक्षा, शिक्षक प्रशिक्षण एवं प्रौढ़ शिक्षा, स्कूली शिक्षा के साथ कौशल विकास के संयोजन, मातृभाषा में पठन पाठन जैसे विषयों का उल्लेख किया और कहा कि ये 21वीं सदी के लिए विश्व नागरिक तैयार करने की दिशा में उठाए जाने वाले कदम हैं।

प्रधान ने कहा कि कर्नाटक, ओडिशा, दिल्ली, मेघालय, बिहार, उत्तर प्रदेश, गुजरात, हरियाणा के मॉडल से शैक्षिक समुदाय काफी लाभ उठा सकता है। उन्होंने कहा कि वे सभी राज्यों के शिक्षा मंत्रियों एवं सभी पक्षकारों से राष्ट्रीय पाठ्यचर्या ढांचा तैयार करने एवं गुणवत्तापूर्ण ई सामग्री विकसित करने में सक्रिय हिस्सेदारी करने का आग्रह करते हैं। 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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