इंजीनियर ने UPSC के चौथे प्रयास में हासिल की चौथी रैंक, बने IAS ऑफिसर
यूपीएससी की परीक्षा क्रैक करना आसान नहीं है, लेकिन नामुमकिन भी नहीं है।
बहुत से ऐसे उम्मीदवार हैं, जो सही स्ट्रेटजी को फॉलो कर इस परीक्षा को पास
कर लेते हैं, इन्हीं में से एक हैं उज्जैन के ऐश्वर्या वर्मा, जिन्होंने
यूपीएससी की परीक्षा में चौथी रैंक हासिल की और IAS बन गए हैं। आइए जानते
हैं इनकी तैयारी के बारे में।
ऐश्वर्या वर्मा यूपीएससी सभी यूपीएससी उम्मीदवारों के लिए एक प्रेरणा हैं।
वह एक मध्यवर्गीय पृष्ठभूमि से आते हैं और उनके पिता बैंकिंग क्षेत्र में
काम करते हैं। ऐश्वर्या वर्मा ने मध्य प्रदेश के उज्जैन से अपनी शिक्षा
पूरी की और 2017 के भीतर उत्तराखंड की यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड
टेक्नोलॉजी से टेक्नोलॉजी में ग्रेजुएशन की डिग्री ली थी।
ग्रेजुएट होने के बाद, ऐश्वर्या वर्मा ने UPSC सिविल सर्विस कोचिंग के लिए
दिल्ली आ गए, लेकिन 2020 में COVID-19 के कारण वह कोचिंग ज्वाइन नहीं कर
पाए थे। जिसके बाद उन्होंने घर पर रहकर सेल्फ स्टडी की।
बता दें, ऐश्वर्या जब फाइनल ईयर में थे, तब उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा
देने का फैसला किया था। यूपीएससी परीक्षा के लिए उन्होंने फील्ड प्लेसमेंट
छोड़ दी थी। ग्रेजुएट होते ही उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी।
उन्होंने कहा, "मेरा रिज्यूमे ब्लैंक था। मुझे पता था कि अगर सिविल सर्विस
काम नहीं करती है, तो मुझे एक स्टेबल करियर के लिए संघर्ष करना पड़ सकता
है। यूपीएससी के तीसरे प्रयास के बाद मैं बहुत आश्वस्त था लेकिन सफल नहीं
हो सका। वह मेरा सबसे कमजोर समय था, लेकिन मेरे माता-पिता ने मुझे काफी
सपोर्ट किया। उन्होंने हमेशा मुझे आश्वासन दिया कि मुझे आगे बढ़ना चाहिए और
वे हर तरह से मेरा समर्थन करेंगे।
ऐसे पास की यूपीएससी की परीक्षा
ऐश्वर्या वर्मा ने अपने चौथे प्रयास में चौथी रैंक हासिल की थी। उनके लिए
ये सफर आसान नहीं था। कई बार उनका आत्मविश्वास भी डगमगाया। पहले प्रयास में
प्रीलिम्स परीक्षा पास नहीं कर पाए थे और दूसरे-तीसरे प्रयास में इंटरव्यू
क्लियर नहीं कर पाए थे। आखिरकार चौथे प्रयास में उन्हें चौथी रैंक मिली ।
बता दें, ऐश्वर्या वर्मा ने 2019 में लगभग 98 परसेंटाइल के स्कोर के साथ
कॉमन एडमिशन टेस्ट (CAT) की परीक्षा पास की थी।
ऐसी थी परीक्षा की रणनीति
ऐश्वर्या वर्मा की तैयारी की रणनीति कहती है कि आपको अपने लक्षित अंकों को
प्राप्त करने के लिए दृढ़ता और एक अच्छी अध्ययन योजना की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि लंबे समय तक पढ़ना, यानी अगर आप लगातार 16 घंटे पढ़ रहे
हैं, ये समझदारी नहीं है, यह केवल एक धोखा है। ऐश्वर्या ने सुझाव दिया कि
उम्मीदवार शॉर्ट टर्म गोल्स और फ्यूचर टार्गेट सेट करें और उन्हें पूरा
करने की कोशिश करें।
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