कैसे बनते हैं असिस्टेंट कमांडेंट, क्या होती है योग्यता, कौन सी देनी होती है परीक्षा, जानें पूरी डिटेल
यदि आपने किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है। - और आपकी उम्र सीमा 20 से 25 वर्ष के बीच है, तो आप भारत सरकार की विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों में - असिस्टेंट कमांडेंट के तौर पर करियर की योजना बना सकते हैं। भारत सरकार के अंतर्गत विभिन्न सुरक्षा एजेंसी हैं, जो देश की विभिन्न सीमाओं, एअरपोर्ट, सीपोर्ट, विज्ञान व शोध केंद्र, विभिन्न भारतीय धरोहर, अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र व सरकारी कार्यालयों व निकायों की सुरक्षा के लिए देश भर में तैनात की जाती हैं।
इनमें बीएसएफ यानी बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स, सीआरपीएफ यानी सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स, आईटीबीपी यानी इंडो तिबतन बॉर्डर पुलिस फोर्स, सीआईएसएफ यानी सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्यूरिटी फोर्स, एसएसबी यानी सशस्त्र सीमा बल, एनएसजी यानी नेशनल सिक्यूरिटी गार्ड इत्यादि शामिल हैं, जिनमें प्रत्येक वर्ष ग्रेड ए एवं बी ऑफिसर्स के रूप में असिस्टेंट कमान्डेंट की नियुक्ति की जाती है। इसके लिए यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन यानी यूपीएससी द्वारा प्रत्येक वर्ष सीएपीएफ नाम की भर्ती परीक्षा आयोजित की जाती है। अमूमन मार्च-अप्रैल से आवेदन प्रक्रिया प्रारंभ की जाती है और अगस्त के आसपास परीक्षा आयोजित की जाती है। विशेष जानकारी के लिए मार्च से ही रोजगार समाचार और यूपीएससी की साइट पर नजर बनाये रखें। असिस्टेंट कमांडेंट परीक्षा पैटर्न सबसे पहले लिखित परीक्षा होती है। लिखित परीक्षा में पास उम्मीदवारों को शारीरिक दक्षता परीक्षा (पीईटी) के लिए बुलाया जाता है। पीईटी पास करने वालों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। सेलेक्शन की फाइनल मेरिट लिस्ट लिखित परीक्षा में प्राप्त मार्क्स और इंटरव्यू में प्राप्त मार्क्स के आधार पर बनेगी।
असिस्टेंट कमांडेंट लिखित परीक्षा में दो पेपर होंगे - पेपर-1 और पेपर-2 पेपर : जनरल एबिलिटी व इंटेलिजेंस 250 मार्क्स - ऑब्जेक्टिव टाइप क्वेशन पेपर 2- जनरल स्टडीज, निबंध व कॉम्प्रिहेंशन- 200 मार्क्स असिस्टेंट कमांडेंट फिजिकल टेस्ट पुरुषों के लिए - 16 सेकेंड में 100 मीटर की रेस 3 मिनट 45 सेकेंड में 800 की रेस 3.5 मीटर की लॉन्ग जंप जिसके लिए तीन चांस दिए जाएंगे। 4.5 मीटर की दूरी तक 7.26 किलोग्राम का शॉटपुट फेंकना होगा जिसके लिए तीन चांस दिए जाएंगे। महिलाओं के लिए 18 सेकेंड में 100 मीटर की रेस । 4 मिनट 45 सेकेंड में 800 की रेस 3 मीटर की -लॉन्ग जंप जिसके लिए तीन चांस दिए जाएंगे। पुरुष अभ्यर्थी - लंबाई कम से कम 165 सेमी हो । छाती 81 सेमी हो। इसके अलावा 5 सेमी फुलाव हो । महिला - लंबाई कम से कम 157 सेमी हो ।
प्रश्न- मैं सामान्य वर्ग की मैट्रिक की छात्रा हूं और आर्थिक रूप से कमजोर हूं। क्या सरकार की कोई योजना हम जैसी छात्राओं के लिए है? मार्गदर्शन करें। एक्सपर्ट का जवाब- भारत सरकार द्वारा स्कूली छात्राओं को कुछ आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए नेशनल मीन्स कम मेरिट स्कालरशिप नामक छात्रवृत्ति योजना चलायी जाती है, जिसका लाभ किसी भी वर्ग की छात्राएं उठा सकती हैं। इस योजना के अंतर्गत छात्रवृत्ति की राशि रुपये 12,000 प्रति वर्ष है। यदि कोई छात्रा किसी ऐसे परिवार से आती है, जिसकी वार्षिक आय रुपये 3.50 लाख से कम है और जिसने अपनी कक्षा सात में न्यूनतम 55 अंक प्राप्त किए हैं, तो एक सामान्य जांच परीक्षा को उत्तीर्ण कर वह यह छात्रवृत्ति राशि प्राप्त कर सकती है। इस जांच परीक्षा के दो चरण होते हैं - मेंटल एबिलिटी टेस्ट और स्कॉलैस्टिक एप्टीट्यूड टेस्ट । उत्तीर्ण छात्राओं को भारत सरकार की वेबसाइट नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन देना होगा। इसमें छात्र का विवरण व बैंक डिटेल्स की मांग होती है। विस्तृत विवरण वेबसाइट www.scholarships.gov.in पर उपलब्ध है।
🔥 सरकारी नौकरियों की समस्त जानकारी अब सीधे आपके मोबाइल पर
--◆ आज ही ऐप इंस्टॉल करने के लिए क्लिक करें
Join FREE GS Quiz Telegram Channel
🔥 सरकारी नौकरियों की समस्त जानकारी अब सीधे आपके मोबाइल पर
--◆ आज ही ऐप इंस्टॉल करने के लिए क्लिक करें
Join FREE GS Quiz Telegram Channel
Post a Comment