विनियमितीकरण को लेकर शिक्षामित्र डटे, प्रमुख सचिव के आश्सावन पर हटे , शिक्षा मित्रों की मांगों पर होगा समिति का गठन , क्लिक करे और पढ़े पूरी खबर

 विनियमितीकरण को लेकर शिक्षामित्र डटे, प्रमुख सचिव के आश्सावन पर हटे , शिक्षा मित्रों की मांगों पर होगा समिति का गठन , क्लिक करे और पढ़े पूरी खबर 







नियमितीकरण की मांग को लेकर बुधवार को प्रदेश भर आए शिक्षामित्रों ने ईको गार्डेन में जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के बैनर तले शिक्षा मित्रों ने नियमित किए जाने के साथ ही समान कार्य, समान वेतन की मांग की। मंच से नेताओं और धरने में आए शिक्षामित्रों ने ‘हिन्दुस्तान अखबार की प्रतियां लहरा कर वादे याद दिलाए। अपनी मांगों पर अड़े शिक्षामित्रों का प्रदर्शन देर रात प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा से आश्वासन मिलने के बाद समाप्त हुआ।

ईको गार्डेन के सामने लगाया जाम
दोपहर में शिक्षामित्रों के प्रतिनिधिमंडल को लेकर पुलिस प्रमुख सचिव से वार्ता गई लेकिन बात नहीं हो सकी। नाराज शिक्षामित्रों ने शाम को ईको गार्डेन के सामने सड़क जाम कर दिया। महिला शिक्षामित्र सड़क पर बैठ गईं। इससे गीता पल्ली, कैलाशपुरी, कानपुर रोड, बंगाल बाजार आने-जाने वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। पुलिस के समझाने के बावजूद शिक्षा मित्र नहीं हटे। इधर ईको गार्डेन के सामने सड़क पर शिक्षा मित्र नारेबाजी करते रहे। इस दौरान शिक्षा मित्रों और स्थानीय लोगो के बीच नोकझोंक हुई। पुलिस को जेल रोड पर वाहनों का डायवर्जन करना पड़ा। दबाव बढ़ा तो पुलिस ने प्रमुख सचिव से बात की। देर शाम पुलिस शिक्षामित्रों के प्रतिनिधिमंडल को लेकर सचिवालय स्थित प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा एमकेएस सुंदरम के कार्यालय पहुंची। यहां से सचिव और निदेशक की मौजूदगी में वार्ता हुई। रात आठ बजे के करीब वार्ताकर शिक्षा मित्रों के लौटने के बाद धरना समाप्त हुआ।

शिक्षा मित्रों की मांगों पर होगा समिति का गठन

संघ के प्रदेश अध्यक्ष शिव कुमार शुक्ला ने बताया कि बेसिक शिक्षा प्रमुख सचिव, सचिव और निदेशक से वार्ता हुई है। उन्होंने लिखित आश्वासन दिया है कि मांगों को लेकर जल्द ही शासन स्तर पर एक समिति का गठन किया जाएगा। यह समिति नियमानुसार कार्यवाही करते हुए प्रस्ताव बना कर मुख्यमंत्री जी को सौंपेगी। उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने एक माह के भीतर निर्णय लेने का भरोसा दिया है। इसके बाद धरना प्रदर्शन समाप्त कर दिया गया।

शिक्षामित्रों की स्थित बहुत दयनीय

शिव कुमार शुक्ला ने कहा कि प्रदेश भर में करीब 1.5 लाख शिक्षा मित्र बीते 23 वर्षों से निष्ठा पूर्वक गांव के गरीब व किसानों के बच्चों को शिक्षित करने में जुटे हैं। इसके बावजूद शिक्षा मित्रों मात्र 10 हजार का मानदेय दिया जा रहा है। वहीं भी वर्ष में केवल 11 महीने। उन्होंने कहा कि शिक्षामित्रों की आर्थिक स्थित बहुत दयनीय हो चुकी है। आजीविका का संकट खड़ा हो गया है। प्रदेश महामंत्री सुशील कुमार यादव ने कहा कि जनवरी को शिक्षा मित्रों के धरना-प्रदर्शन के बाद महानिदेशक स्कूल शिक्षा से हुई वार्ता में शिक्षा मित्रों को मूल विद्यालय वापसी, मृतक शिक्षा मित्रों के परिजनों को मुआवजा और शिक्षामित्रों के मानदेय बढ़ोत्तरी पर सहमति बनी थी। लेकिन 10 माह बीतने के बाद भी सरकार ने कोई आदेश जारी नहीं किया। जिससे सभी शिक्षामित्र निराश और हताश थे। धरने में गाजी इमाम आला, पुनीत चौधरी व श्याम लाल यादव समेत प्रदेश के सभी जिलों से आए शिक्षामित्र शामिल हुए।

🔥 सरकारी नौकरियों की समस्त जानकारी अब सीधे आपके मोबाइल पर







Post a Comment

Previous Post Next Post