मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से 28 व 29 अक्टूबर को प्रदेश के 35 जिलों में आयोजित की जाने वाली प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) - 2023 को शांतिपूर्वक और नकलविहीन तरीके से संपन्न कराने का निर्देश दिया है। परीक्षा के पूर्व और दौरान जिला प्रशासन व पुलिस सक्रिय रहे ताकि नकल माफिया अपने मंसूबे में कामयाब न हो सकें। परीक्षा में 20.07 लाख अभ्यर्थी शामिल होंगे। वह पीईटी- 2023 के आयोजन के संबंध में बुधवार को मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग कर रहे थे। उन्होंने आयोग की और से परीक्षाओं में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से लागू की जा रही चेहरे की पहचान की व्यवस्था पर कड़ाई से लागू करने के लिए कहा और इसके माध्यम से पकड़े जाने वाले फर्जी अभ्यर्थियों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराने का निर्देश दिया।
मुख्य सचिव ने परीक्षा केंद्रों तक प्रश्न पत्रों को समय से पहुंचाने, प्रश्न पत्रों और ओएमआर शीट के सुरक्षित रखरखाव, निर्बाध विद्युत आपूर्ति, सुरक्षा व्यवस्था आदि सभी आवश्यक तैयारियां समय से पूरी करने पर जोर दिया।
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