यूपीपीएससी की भर्ती परीक्षाओं के लिए ओटीआर 20 लाख पार , सरकारी नौकरी के लिए कतार में लाखों अभ्यर्थी, नई भर्तियां आने के बाद तेजी से बढ़ेंगे रजिस्ट्रेशन , नौकरियों के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा

यूपीपीएससी की भर्ती परीक्षाओं के लिए ओटीआर 20 लाख पार , सरकारी नौकरी के लिए कतार में लाखों अभ्यर्थी, नई भर्तियां आने के बाद तेजी से बढ़ेंगे रजिस्ट्रेशन , नौकरियों के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा


 

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की भर्ती परीक्षाओं में शामिल होने के लिए लाखों अभ्यर्थी कतार में हैं इसके लिए वन टाइम रजिस्ट्रेशन (ओटीआर) की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ी है भर्ती परीक्षाओं में शामिल होने के लिए तकरीबन 14 लाख अभ्यर्थी ओटोआर कर चुके हैं। नई भर्तियां आने के बाद ओटीआर की संख्या 20 लाख से ऊपर पहुंचने की उम्मीद है।

शनिवार देर शाम तक 13 लाख 96 हजार 271 अभ्यर्थी पंजीकरण करा चुके थे और इनमें से 13 लाख 95 हजार 634 अभ्यर्थियों को ओटीआर नंबर भी प्राप्त हो चुके हैं। इन लाखों अभ्यर्थियों ने सिर्फ आयोग की भर्ती परीक्षाओं में शामिल होने के लिए ओटीआर किया है। ओटीआर इतनी तेजी से हो रहे हैं कि अभ्यर्थियों को यह प्रक्रिया पूरी करने में एक-एक हफ्ते का वक्त लग रहा है।

लाखों की संख्या में ओटीआर होने के कारण सर्वर पर दबाव भी बढ़ गया है। यही वजह है कि आयोग को स्टाफ नर्स भर्ती, अपर निजी सचिव (एपीएस) भर्ती, समीक्षा अधिकारी (आरओ) / सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) भर्ती परीक्षा के आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ानी पड़ी।

एपीएस भर्ती परीक्षा की तिथि तो तीन बार बढ़ाई गई, ताकि इस भर्ती में शामिल होने के इच्छुक अभ्यर्थी ओटीआर की प्रक्रिया पूरी कर सके।

हालांकि, आयोग ने पहले ही यह घोषित कर दिया था कि भर्ती परीक्षाओं में शामिल होने के लिए एक अप्रैल 2023 से ओटीआर अनिवार्य होगा। इसे लागू करने से पहले आयोग ने स्पष्ट कर दिया था कि बिना ओटीआर के आवेदन स्वीकृत नहीं होंगे। इसके बावजूद अभ्यर्थी नई भर्तियां आने का इंतजार करते रहे। आयोग ने भी इस बार वार्षिक कैलेंडर में एपीएस, आरओ/एआरओ, स्टाफ नर्स जैसी महत्वपूर्ण भर्तियों को शामिल नहीं किया था।

कैलेंडर में सीमित संख्या में भर्तियां शामिल होने के कारण अभ्यर्थियों ने शुरुआत में ओटीआर नहीं किया और जब आयोग ने

एपीएस, आरओ/एआरओ और स्टाफ नर्स जैसी प्रमुख भर्तियों के विज्ञापन जारी किए तो ओटीआर के लिए लाखों अभ्यर्थी कतार में आ गए। हालांकि, आयोग ने भर्ती परीक्षाओं के आवेदन की अंतिम तिथियां बढ़ाकर स्थिति को संभाल लिया है।

भविष्य में ओटोआर की संख्या 20 लाख या इससे ऊपर जाने के आसार हैं। आने वाले समय में आयोग पीसीएस- 2024 का विज्ञापन जारी करेगा। वहीं, आयोग के पास राजकीय विद्यालयों में एलटी ग्रेड शिक्षक के छह हजार से अधिक पदों का अधियाचन पड़ा है। राजकीय विद्यालयों के प्रवक्ता के पदों का अधियाचन भी आयोग को मिल चुका है। इन भर्तियों के विज्ञापन जारी होने के बाद लाखों नए अभ्यर्थी भी ओटीआर करेंगे।

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