बिहार शिक्षक भर्ती के पहले चरण के परिणाम पर सवाल उठाने वाले 741 अभ्यर्थियों को बिहार लोक सेवा आयोग नोटिस जारी करेगा। नोटिस जारी होने के एक सप्ताह के अंदर इन्हें अपना स्पष्टीकरण देना होगा। जवाब संतोषजनक नहीं रहा तो आयोग कार्रवाई करेगा। माना जा रहा है ऐसे अभ्यर्थियों को बीपीएससी की अगली परीक्षाओं में शामिल होने पर रोक लगाई जा सकती है।
बड़ी संख्या में अभ्यर्थी दावा कर रहे थे कि इनका कटऑफ से अधिक अंक है, बावजूद उनका चयन शिक्षक के पद पर नहीं किया गया। ऐसे अभ्यर्थियों के लिए आयोग ने शिकायत पोर्टल खोला था। पोर्टल पर करीब 741 अभ्यर्थियों ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई। इन सभी को आयोग ने आरोपों के संबंध में शपथ पत्र के साथ तथ्य उपलब्ध कराने को कहा था। पर शिकायत करनेवाले किसी भी अभ्यर्थी ने आयोग को न तो तथ्य उपलब्ध कराए ना ही शपथ पत्र दिया। इस मसले को बीपीएससी ने गंभीरता से लिया है।
आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने ट्वीट कर जानकारी दी की ऐसे मामलों पर आयोग सख्ती से पेश आएगा। इन अभ्यर्थियों ने अपना समय तो बर्बाद करने के साथ ही आयोग का भी समय खराब किया। ऐसे सभी 741 अभ्यर्थियों को नोटिस दिया जाएगा और उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।
32 जिलों के शिक्षकों को स्कूल आवंटित
बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित राज्य के 32 जिलों के नए शिक्षकों को स्कूल आवंटित कर दिया है। शेष छह जिलों के शिक्षकों को स्कूल आवंटित करने की प्रक्रिया शिक्षा विभाग द्वारा की जा रही है। विभाग के पदाधिकारियों ने कहा है कि गुरुवार तक मोतिहारी, मुधबनी समेत सभी 38 जिलों के शिक्षकों को स्कूल आवंटित कर दिया जाएगा। विभाग की वेबसाइट पर जिलेवार आवंटित स्कूलों की सूची उपलब्ध कराई गई है। शिक्षक इसे देखकर जान सकेंगे कि उन्हें किस स्कूल में जाकर योगदान देना है। शिक्षक अपने जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्याय से नियुक्तिपत्र प्राप्त कर संबंधिक स्कूल में योगदान देंगे।
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