शिक्षकों को राज्यकर्मियों की तरह चाहिए कैशलेस इलाज

 

शिक्षकों को राज्यकर्मियों की तरह चाहिए कैशलेस इलाज 

 

प्रयागराज। प्रदेश के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के शिक्षकों को राज्यकर्मियों की तरफ कैशलेस इलाज की सुविधा चाहिए। सोमवार को प्रयाग महिला विद्यापीठ डिग्री कॉलेज में हुई उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय महाविद्यालय (फुपुक्टा) महासंघ की बैठक में शिक्षा के बाजारीकरण, कैशलेस इलाज सहित कई मुद्दों पर चर्चा हुई।

मुख्य अतिथि अखिल भारतीय विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षक महासंघ (एआई फुक्टो ) के महासचिव प्रो. अरुण कुमार ने कहा कि शिक्षा के बाजारीकरण से हमारी शिक्षा व्यवस्था नष्ट हो रही है। फुपुक्टा के अध्यक्ष डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने उत्तर प्रदेश में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षक समस्याओं का उल्लेख करते हुए शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया।

महामंत्री प्रो. प्रदीप कुमार सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षकों को बंधुआ मजदूर बनाने की मंशा के साथ काम कर रही और इसके विरोध के लिए आंदोलन जरूरी है। एआई फुक्टो के जोनल सचिव प्रो. मौजपाल सिंह ने विभिन्न विश्वविद्यालयों में कुलपतियों के तानाशाही रवैये की आलोचना की। बैठक में विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के शिक्षक संघ के अध्यक्ष मौजूद रहे।

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