अब पेंशनरों को जीवन प्रमाणपत्र बनवाने व जमा करने के लिए कोषागार, बैंक या अन्य किसी विभाग में नहीं जाना होगा। वे घर बैठे ही जीवन प्रमाणपत्र बनवा सकेंगे। इसके लिए डाक विभाग ने पहल शुरू की है।
गौरतलब है कि नवंबर में हर साल पेंशनरों को जीवन प्रमाणपत्र जमा करना होता है। ऐसे में बुजुर्ग पेंशनरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में पेंशनरों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए डाक विभाग ने यह पहल शुरू की है। वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्रीकृष्ण कुमार यादव ने बताया कि इस सुविधा का लाभ लेने के लिए घर के नजदीक स्थित डाकघर के डाकिये या ग्रामीण डाक सेवक के जरिये डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट बनवाया जा सकता है। इसके लिए मात्र 70 रुपये का शुल्क रखा गया है। प्रमाणपत्र बन जाने के बाद स्वतः संबंधित विभाग को ऑनलाइन पहुंच जाएगा।
इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए पेंशनर पोस्ट इन्फो मोबाइल एप द्वारा अनुरोध कर सकते हैं। इसके बाद डाकिया और ग्रामीण डाक सेवक घर आ जाएंगे। पेंशनर को आधार, मोबाइल फोन नंबर व पीपीओ नंबर देना होगा। बायोमीट्रिक अपडेट के बाद पेंशनर का डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट बन जाएगा। डाक विभाग पेंशन की धनराशि घर बैठे आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम के जरिये निकालने की सुविधा भी दे रहा है।
70 रुपये के शुल्क पर बनेगा प्रमाणपत्र
डाक सेवक के जरिये डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट बनवाया जा सकता है। इसके लिए मात्र 70 रुपये का शुल्क रखा गया है। प्रमाणपत्र बन जाने के बाद स्वतः संबंधित विभाग को ऑनलाइन पहुंच जाएगा।
इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए पेंशनर पोस्ट इन्फो मोबाइल एप द्वारा अनुरोध कर सकते हैं। इसके बाद डाकिया और ग्रामीण डाक सेवक घर आ जाएंगे। पेंशनर को आधार, मोबाइल फोन नंबर व पीपीओ नंबर देना होगा। बायोमीट्रिक अपडेट के बाद पेंशनर का डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट बन जाएगा। डाक विभाग पेंशन की धनराशि घर बैठे आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम के जरिये निकालने की सुविधा भी दे रहा है।
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