शिक्षकों के एनपीएस एनपीएस कटौती के गड़बड़ी की हो उच्च स्तरीय जांच खाते में हो रही कटौती में गड़बड़ी लगातार सामने आ रही है। यूपी टीईटी उत्तीर्ण शिक्षक महासंघ के अध्यक्ष अनुराग सिंह के मुताबिक पिछले दिन वर्षों में प्रदेश के हजारों शिक्षकों को एनपीएस योजना में लाया गया है, लेकिन जिस तरह कर्मचारियों के वेतन की कटौती के बाद भी समय से फंड उनके खाते में नहीं पहुंच रहा है, वह असहनीय होता जा रहा है।
हालात यह है कि पिछले दो बार से तीन माह के स्थान पर दो माह का फंड ही कई शिक्षकों के खाते में आया है। इससे कर्मचारी परेशान होकर लेखा कार्यालय में प्रत्यावेदन दे रहे हैं। उसके बाद भी खातों में फंड नहीं पहुंच रहा है।
अनुराग सिंह ने बताया कि शिक्षक की अनुमति के बगैर ही उनके एनपीएस फंड की स्कीम बदल दी जाती है। कहा कि इस बारे में वह महानिदेशक स्कूल शिक्षा से मिलकर उनकारी देंगे। उसके बाद भी अगर न्याय नहीं मिला तो शिक्षक कोर्ट की शरण में जाएंगे।
एनपीएस कटौती के धनराशि को शासन के नियमों की अनदेखी करते हुए चंद कमीशन के चक्कर में निजी कंपनियों में लगाने के मामले की उच्च स्तरीय जांच की शिक्षकों ने मांग की है। वैचारिक शिक्षक वेलफेयर
एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.ज्ञान प्रकाश सिंह ने प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री और महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग की है।
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