प्रदेश की कई बड़ी भर्ती परीक्षाओं में फर्जीवाड़े के मास्टरमाइंड पर नहीं लगा अभी तक गैंगस्टर , लम्बे समय से ढीली चल रही कार्रवाई
आरओ-एआरओ समेत प्रदेश स्तरीय तीन परीक्षाओं में सेंधमारी कर चुके नकल माफिया राजीव नयन मिश्र के खिलाफ कौशाम्बी पुलिस
16 महीने बाद भी गैंगस्टर की कार्रवाई नहीं कर सकी। दो महीने पहले सिपाही भर्ती पेपर लीक में नाम आने के बाद ही उस पर कार्रवाई की बात कौशाम्बी पुलिस के अफसरों ने कही थी। हालांकि, यह अब तक लंबित है।
आरओ-एआरओ परीक्षा पेपर लीक प्रकरण में अब तक राजीव नयन का नाम मास्टरमाइंड के तौर पर सामने आया है। आरओ- एआरओ व सिपाही भर्ती के साथ- साथ वह टीईटी 2021 में भी सेंधमारी कर चुका है। 28 नवंबर 2021 को परीक्षा के दौरान ही कौशाम्बी के कोखराज में एसटीएफ ने झलवा के रोशन सिंह पटेल को गिरफ्तार किया। उससे लीक प्रश्नपत्र की उत्तरकुंजी बरामद हुई। पूछताछ के बाद तीन नामजद व अन्य अज्ञात पर रिपोर्ट लिखी गई। रोशन व अन्य अभियुक्तों ने पूछताछ में खुलासा किया कि प्रकरण में राजीव नयन की ही मुख्य भूमिका है। जिसके बाद उसे वांछित किया गया और फिर जुलाई 2022 में एसटीएफ ने उसे लखनऊ से गिरफ्तार कर कौशाम्बी पुलिस को सौंप दिया।
फरवरी 2023 में राजीव नयन समेत अन्य के खिलाफ चार्जशीट लगा दी गई। चार महीने पहले सिपाही भर्ती पेपर लीक में नाम आने के बाद यह सवाल उठा कि उस पर गैंगस्टर की कार्रवाई क्यों नहीं हुई। तब कौशाम्बी पुलिस के अफसरों ने बताया था कि मामले में पुनर्विवेचना के आदेश दिए गए हैं। हालांकि, अब तक न विवेचना पूरी हुई और न ही गैंगस्टर की कार्रवाई हुई। इस मामले में सीओ सिराथू अवधेश विश्वकर्मा का कहना है कि विवेचना अभी चल रही है। मामले में क्राइम ब्रांच को लगाया गया है। विवेचना पूरी होने के बाद अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी।
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