Delhi Police Constable Vacancy 2023 :: दिल्ली पुलिस में चयन होने के बावजूद चयनितो को करना पड़ रहा नियुक्ति के लिए कई महीनो से इंतज़ार , मुख्यालय का चक्कर काट रहे अभ्यर्थी , पढ़े पूरी खबर
दिल्ली पुलिस में सिपाही भर्ती परीक्षा पास कर लेने के बावजूद 118 अभ्यर्थियों के फिंगर प्रिंट का मिलान न होने के कारण पुलिस विभाग ज्वाइन नहीं करा रहा है। इससे विभिन्न राज्यों के अभ्यर्थी पिछले चार माह से पुलिस मुख्यालय और एसएससी कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि लिखित और शारीरिक परीक्षा पास करने के बाद उनका मेडिकल कराया गया। उसमें पास हो जाने के बाद उनका नाम फाइनल मेरिट सूची में आ गया। बावजूद इसके पुलिस विभाग उन्हें नियुक्ति पत्र नहीं दे रहा है।
एसएससी ने पिछले साल 7500 सिपाहियों के लिए वैकेंसी निकाली थी, जिसमें देशभर के करीब आठ लाख युवाओं ने आवेदन किया था। पिछले साल अक्टूबर से नवंबर तक लिखित परीक्षा आयोजित की गई। हर केंद्र पर बायोमीट्रिक तरीके से फिंगर प्रिंट के जरिये अभ्यर्थियों को प्रवेश दिया गया था। परीक्षा समाप्त होने के बाद निकलने के दौरान भी फिंगर प्रिंट लिया गया था।
एक माह तक चली परीक्षा में करीब 56 हजार अभ्यर्थी पास हुए थे। शारीरिक परीक्षण के बाद फाइनल मेरिट सूची बनी। उसके बाद बीते मार्च में पहले करीब दो हजार अभ्यर्थियों को पुलिस विभाग ने नियुक्ति पत्र दिए, जो अभी दिल्ली पुलिस की ट्रेनिंग सेंटरों में रहकर प्रशिक्षण ले रहे हैं। करीब चार-पांच हजार अभ्यर्थियों को एक जुलाई को नियुक्ति पत्र दिया गया। लेकिन 118 चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र नहीं मिला है। इन अभ्यर्थियों का कहना है कि पहली बार पुलिस मुख्यालय में अधिकारियों द्वारा उन्हें बताया गया कि फिंगर प्रिंट की जांच की जा रही है। उसके बाद उन्हें नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे। उक्त आश्वासन के चार माह बीते चुके हैं, लेकिन अभी तक उन्हें नियुक्ति पत्र नहीं मिला।
एसएससी कार्यालय जाने पर उन्हें पुलिस मुख्यालय भेज दिया जाता है और पुलिस मुख्यालय जाने पर एसएससी आफिस भेज दिया जाता है। 10- 13 जून के बीच एसएससी ने सभी का दोबारा फिंगर प्रिंट लिया था, तब भी कोई निदान नहीं निकल सका। इस संबंध में जानकारी के एडिशनल पुलिस कमिश्नर भर्ती सेल सत्यवीर कटारा से बात करने के लिए कई बार कोशिश की गई, किंतु बात नहीं हो पाई।
CLICK HERE TO DOWNLOAD OUR OFFICIAL APPLICATION
CLICK HERE TO JOIN OUR OFFICIAL TELEGRAM CHANNEL
CLICK HERE TO JOIN OUR OFFICIAL TELEGRAM GROUP
CLICK HERE TO JOIN OUR OFFICIAL WHATSAPP GROUP
CLICK HERE TO JOIN OUR OFFICIAL FB PAGE
Despite passing the constable recruitment exam in Delhi Police, the police department is not allowing 118 candidates to join the police due to mismatch of their finger prints. Due to this, candidates from different states have been making rounds of the police headquarters and SSC office for the last four months. Candidates say that after passing the written and physical examination, they were given a medical test. After passing that, their name came in the final merit list. Despite this, the police department is not giving them appointment letters.
SSC had issued vacancies for 7500 constables last year, for which about eight lakh youth from all over the country had applied. The written exam was conducted from October to November last year. Candidates were given entry through biometric finger prints at every center. Finger prints were also taken while leaving after the exam was over.
About 56 thousand candidates passed the one-month long exam. The final merit list was prepared after the physical test. After that, in March last, the police department first gave appointment letters to about two thousand candidates, who are currently undergoing training by staying in the training centers of Delhi Police. About four-five thousand candidates were given appointment letters on July 1. But 118 selected candidates have not received the appointment letters. These candidates say that for the first time, the officers at the police headquarters told them that the finger prints are being checked. After that, they will be given appointment letters. Four months have passed since the said assurance, but they have not received the appointment letters yet.
When they go to the SSC office, they are sent to the police headquarters and when they go to the police headquarters, they are sent to the SSC office. Between June 10-13, the SSC took everyone's finger prints again, but even then no solution could be found. Many attempts were made to talk to Additional Police Commissioner Recruitment Cell Satyavir Katara for information in this regard, but the talk could not happen.
Post a Comment