UPPSC JOBS :: प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में ढूंढे नहीं मिल रहे विशेषज्ञ डॉक्टर , ढाई हजार पदों में भरे मात्र दो सौ , पढ़े पूरी खबर
केंद्रीय मंत्री और अपना दल (सोनेलाल) की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल की ओर से साक्षात्कार आधारित सीधी भर्ती में आरक्षण पर सवाल उठाने के बाद छिड़े सियासी विवाद के बीच उम्र लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की चिकित्सा अधिकारी ग्रेड-2 विशेषज्ञ चिकित्सक सीधी भर्ती के आंकड़े चौंका रहे हैं। विशेषज्ञ चिकित्सक की 24 विधाओं के 2,532 पदों पर चल रही सीधी भर्ती के तहत 18 विधाओं के परिणाम जारी हो गए हैं, पर यूपी के सरकारी अस्पतालों के लिए विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं मिल रहे हैं। विशेषज्ञ इसके पीछे सरकारी अस्पतालों में सामान्य संसाधनों की कमी, प्रतिकूल सेवा शर्तों व अफसरशाही को बड़ी वजह मान रहे हैं।
अब तक 18 विधाओं के 1,028 पदों पर जारी परिणाम के अनुसार अनारक्षित श्रेणी के 284 में से 115 पद ही भरे जा सके। ओबीसी के 316 में से 11 पद, एससी के 262 में से 16, एसटी के 21 में से एक पद ही भरा गया। ईडब्ल्यूएस श्रेणी में 94 पदों के सापेक्ष मात्र तीन पद ही भरे गए। सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों के संकट के बीच विशेषज्ञ चिकित्सक पद पर नौकरी के लिए चिकित्सक बेरुखी दिखा रहे हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि 12 वर्ष की पढ़ाई के बाद वह विशेषज्ञ बनते हैं। उदाहरण के तौर पर हड्डी रोड विशेषज्ञ या रेडियोलाजिस्ट को ही लें तो उनकी तैनाती छोटे अस्पतालों में कर दी जा जाती है, जहां सामान्य सुविधाएं नहीं हैं। हालांकि, पैथालाजिस्ट, चेस्ट सर्जन माइक्रोबायोलाजिस्ट , आर्थोपेडिशियन
और पब्लिक हेल्थ स्पेशियलिस्ट में तो सभी पद भरे गए, पर 11 ऐसी विधाएं
हैं, जिनमें आरक्षित श्रेणी के पद लगभग खाली हैं और आवेदन करने के बाद भी अभ्यर्थी साक्षात्कार के लिए नहीं आए। इन 11 विधाओं पीडियाट्रिशियन, रेडियोलाजिस्ट, न्यूरो सर्जन, फारेंसिक विशेषज्ञ, आपथलमोलाजिस्ट,
साइकियाट्रिस्ट ईएनटी, प्लास्टिक सर्जन, डर्मेटोलाजिस्ट, नेफ्रोलाजिस्ट व कार्डियोलाजिस्ट शामिल हैं। इनमें 11 विधाओं में विज्ञापित 926 पदों में अनारक्षित श्रेणी में 253 में से 103 पद नहीं भरे जा सके। आरक्षित श्रेणियों की बात करें तो ओबीसी में 286 में 278 सीटों पर अभ्यर्थी नहीं मिले, वहीं एससी की 248 में 240 पद बिना भरे रह गए।
•यूपीपीएससी द्वारा विशेषज्ञ चिकित्सक की 24 विधाओं के 2,532 पदों पर चल रही भर्ती
• इनमें से 18 विधाओं के 1028 पदों में से मात्र 211 भरे, एससी-एसटी, ओबीसी के पद रहे खाली
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